उत्तराखंड: उत्तराखंड में जून के महीने में ही बर्फबारी और ठिठुरन देखने को मिल रही है। जहां पिछले साल तक गर्मियों में सामान्य तापमान से ज्यादा होने पर लोगों के पसीने गिरते थक नहीं रहे थे वहीं इस साल मौसम में जबरदस्त उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है, जून के महीने में ठंड का एहसास होना शुरू हो चुका है। ये मौसम न केवल पहाड़ी इलाकों में है बल्कि मैदानी क्षेत्रों में भी यह स्थिति नजर आ रही है।
उत्तराखंड में जून के महीने में सामान्य तापमान से नीचे तापमान गिरने पर लोगो को सुबह श्याम ठंड का एहसास होने लगा है। देहरादून के इस न्यूनतम तापमान ने दस साल का रिकॉर्ड तोडा है।देहरादून में 3 जून को अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं पिछले साल इन्हीं दिनों तक तापमान 43 डिग्री तक पहुंचा था तो वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह तापमान 2015 के बाद अब तक का सबसे कम तापमान रहा है। जानकारी के मुताबिक ऑल टाइम रिकॉड 1986 में 13.1 डिग्री रहा था।
मौसम विशेषज्ञ ने बताया तापमान में बदलाव का कारण
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के मौसम विशेषज्ञ रोहित थपलियाल ने बताया कि, इस साल पश्चिम विक्षोभ मजबूत दिख रहा है, जिस कारण बारिश हुई और मौसम का पारा गिरा है और लोगों को ठंड का एहसास हो रहा है।
मौसम में बदलाव ला सकता हे सेहत में नुकसान
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ कुमार कौल ने बताया कि मौसम में उतार चढ़ाव के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जैसे नजला,खांसी, बुखार, जुखाम आदि। इसलिए लोगों को सतर्कता बरतने की जरूरत है।
जल्द दस्तक देगा मानसून
मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार केरल में मानसून 8 दिन पहले ही शुरू हो गया है और उत्तराखंड में भी मानसून 20 जून तक आ सकता है, लेकिन इस बार अनुमान लगाया जा रहा है कि मानसून समय से पहले ही दस्तक दे सकता है।