देहरादून: प्रदेश में एकल महिलाओं को सशक्तकत और आत्मनिर्भर बनाने के लिए महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने करी नई योजना लॉन्च। इस योजना में पात्र महिलाओं को स्वरोजगार के लिए 2 लाख तक के प्रोजेक्ट स्वीकार किए जाएंगे जिसमें से 75% हिस्सा महिलाओं को अनुदान के रूप में रहेगा और सिर्फ 25% हिस्सा अपने पास से लगाना होगा। इस योजना के आवेदन 18 जून से 31 जुलाई तक किया जा सकता है।
बीते माह कैबिनेट की मंजूरी के बाद से सोमवार को महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने इस योजना को लॉन्च किया। इसके लिए आवेदन 18 जून से 31 जुलाई तक किया जा सकता है।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने कैम्प कार्यालय पर अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कहा कि प्रदेश में अविवाहित, परित्यक्ता,तलाकशुदा, निरीश्रित और विकलांग एकल महिलाओं को इस योजना के दायरे में लाया गया है।
इस योजना में पात्र महिलाओं को स्वरोजगार के लिए 2 लाख तक के प्रोजेक्ट स्वीकार किए जाएंगे जिसमें से 75% हिस्सा सब्सिडी यानी अनुदान के रूप में रहेगा। लाभार्थियों को सिर्फ 25% हिस्सा ही व्यवसाय में अपने पास से लगाना होगा। साथ ही कहा, पहले साल इस योजना के तहत कम से कम 2000 महिलाओं को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पहले साल इसकी प्रगति को देखते हुए योजना में लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने का निर्णय किया जाएगा।सभी पात्र महिलाएं अपने जनपदों में विभाग से संपर्क करके इसके लिए आवेदन कर सकती हैं ,जिससे उन्हें स्वरोजगार की दिशा बढ़ाने के लिए सरकारी सहायता मिल सके।
कहा कि प्रदेश में महिलाओं को सशक्तकत करने की पहले से कई योजनाएं विद्यमान हैं लेकिन विशेष रूप से एकल महिलाओं को केंद्रित सहायता योजना अभी तक नहीं थी। इस कैटेगिरी की महिलाओं को सशक्त किए जाने की सबसे ज्यादा जरूरत है इसलिए एकल महिलाओं के लिए विशेष योजना तैयार की गई है।
इस बैठक में सचिव चंद्रेश कुमार और निदेशक प्रशांत आर्य आदि उपस्थित रहे।