देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर विजिलेंस राज्य में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ धड़ाधड़ कार्रवाई कर रहा है। अब तक विजिलेंस ने 80 से ज्यादा लोगों को जेल पहुंचा दिया है। जबकि अभी भी कई रडार पर चल रहे हैं तो वही खबर आ रही है कि विजिलेंस ने देहरादून स्थित आईएसबीटी चौकी इंचार्ज देवेश खुगशाल को ₹100000( एक लाखरूपये) की रिश्वतखोरी में गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरा मामला
आरोपी चौकी इंचार्ज पर जमीन के एक मुकदमे में पीड़ित को राहत पहुंचाने की एवज में ₹500000 (पांच लाख रूपये ) रिश्वत मांगने के आरोप है। पीड़ित ने 1 लाख देने के सौदे पर दरोगा ने मामले को रफा दफा करने का भरोसा दिया था। सूचना पर विजिलेंस ने आरोपी चौकी इंचार्ज को आज एक लाख रिश्वतखोरी में रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। विजिलेंस ने आरोपियों के दफ्तर से महत्वपूर्ण दस्तावेज जप्त किए हैं साथ ही दरोगा के घर की तलाशी की कार्रवाई की जा रही है।
5 लाख रिश्वत की राखी थी मांग
विजिलेंस से मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित ने बताया कि उनके और उनके तीन दोस्तों के खिलाफ जावेद नाम के व्यक्ति ने बंजारावाला में एक प्रॉपर्टी के विवाद का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले की जांच चौकी इंचार्ज देवेश खुगशाल कर रहे थे। आरोप है कि चौकी इंचार्ज देवेश खुगशाल ने उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे लगाकर बंद करने का भय दिखाकर जांच से उनके दोस्तों का नाम हटाए जाने के लिए ₹500000 रिश्वत की मांग की जा रही थी। शिकायतकर्ता एवं उनके दोस्त रिश्वत नहीं देना चाहते थे तथा भ्रष्टाचार में लिप्त चौकी प्रभारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने को विजिलेंस से कार्रवाई चाह रहे थे।उक्त शिकायत को विजिलेंस ने जांच कर प्रथम दृष्टि सही पाए जाने पर तत्काल ट्रैप टीम का गठन का नियम अनुसार कार्रवाई करते हुए आज चौकी प्रभारी आईएसबीटी देवेश खुगशाल को आईएसबीटी थाना पटेल नगर को शिकायतकर्ता से ₹100000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।आरोपी से पूछाताछ जारी है।
ट्रैप टीम को पुरस्कार देने की की घोषणा
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। विजिलेंस निदेशक डॉ बी मुरुगेशन द्वारा ट्रैप टीम की कार्यवाही पर पुरस्कार की घोषणा की है। विजिलेंस ने आरोपी के दफ्तर और घर की तलाशी लेते हुए महत्वपूर्ण दस्तावेज जप्त किए हैं। इसके अलावा आरोपी के बैंक अकाउंट लाकर और प्रॉपर्टी के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। इस मामले में अन्य अन्य संदिग्धों की भी विजिलेंस जांच कर रही है। इधर पुलिस दरोगा के भ्रष्टाचार के आरोप में विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार करने से महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।