Tha Jag Samachar
Nainital : पर्यटन सीजन में लग रहे लंबे-लंबे जाम के कारण उत्तराखंड में चार दिनों में दूसरी मौत दर्ज की गई है। जिसमें नैनीताल जिले में समय से चिकित्सकीय सहायता न मिल पाने के कारण एक व्यापारी की एंबुलेंस में ही जान चली गई।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गर्मपानी में स्वास्थ्य सेवाएं वेंटिलेटर पर पहुंच गई है विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव से मरीज पहले ही जूझ रहे हैं।
मरीजों को हायर सेंटर ले जाने वाली आपातकालीन 108 सेवा की लापरवाही से एक और जिंदगी खत्म हो गई अस्पताल पहुंचे दो मरीज घंटों तक वाहन का इंतजार करते रहे पर 108सेवा का वाहन नहीं पहुंचा।
कैंची धाम के पास लंबे यातायात जाम में फंसी थी एंबुलेंस
मिली जानकारी के अनुसार धनियाकोट के 40 वर्षीय दुकानदार जगमोहन सिंह पिनारी को रविवार शाम को खून की उल्टी होने के बाद उनके परिवार ने 108 एंबुलेंस को बुलाया था। हांलांकि, रास्ते में ही एंबुलेंस खराब हो गई। उसके बाद जगमोहन पिनारी को निजी एंबुलेंस से भेजा गया लेकिन वह कैंची धाम के पास लंबे यातायात जाम में फंस गई और उन्होंने हल्द्वानी अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया।
लंबे जाम और खराब एंबुलेंस के कारण मरीज की गई जान
जगमोहन पिनारी के पुत्र लाभांशु पिनारी ने आरोप लगाया कि एंबुलेंस शाम साढ़े चार बजे हल्द्वानी के लिए चली थी लेकिन वह हल्द्वानी रात साढ़े नौ बजे पहुंची और चिकित्सकों ने उसके पिता को मृत घोषित कर दिया । लाभांशु ने कहा कि सड़क पर मिले लंबे जाम और उसके पहले एंबुलेंस में आई खराबी के कारण उसके पिता को समय से इलाज नहीं मिला और उनकी मौत हो गई।
वहीं दो घंटे से इंतजार कर रहे हैं समीप चौपड़ गांव निवासी हरीश राणा को भी हायर सेंटर भेजो हल्द्वानी पहुंचने पर जगमोहन में दम तोड़ दिया क्षेत्र वासियों ने जगनमोहन की मौत के लिए 108 सेवा प्रबंधन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया।
चार दिन पहले मसूरी में मौत
चार दिन पहले, मसूरी में भी सड़क पर लंबी कतारों के कारण एक पर्यटक की समय पर चिकित्सा सहायता न मिलने से उसकी मौत हो गई थी। पर्यटन स्थल के आसपास के इलाकों में वाहनों का भारी दबाव और जाम की स्थिति बनी हुई है, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए यह एक बड़ी मुसीबत बन गई है।
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने घटना की जांच के दिए आदेश
नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस बात की जांच कराई जा रही है कि अगर नई एंबुलेंस उपलब्ध थी तो मरीज के लिए पुरानी एंबुलेंस क्यों भेजी गई। चार दिन पहले बृहस्पतिवार को एक अन्य पर्यटन स्थल मसूरी में भी सड़क पर वाहनों की लंबी कतारों की वजह से दिल्ली के एक पर्यटक को कथित तौर पर समय से चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाई थी और उसकी मृत्यु हो गई थी । पर्यटन सीजन शुरू होने के बाद से स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए जाम एक मुसीबत बन गया है।